‘मैं एक साइकेट्रिस्ट हूं। पहली बार महाकुंभ आई हूं। यह पहला ऐसा आध्यात्मिक मेला है, जो दुनिया में कहीं नहीं लगता। यहां विश्व के सबसे शक्तिशाली गुरु हैं। हम अनोखी आध्यात्मिक ऊर्जा को अपने गुरुओं के जरिए देख रहे हैं।’ | MAHAKUMBH 2025| Godar Akhara- मैं एक साइकेट्रिस्ट हूं। पहली बार महाकुंभ आई हूं, यह पहला ऐसा आध्यात्मिक मेला है, जो दुनिया में कहीं नहीं लगता। यहां विश्व के सबसे शक्तिशाली गुरु हैं। हम अनोखी आध्यात्मिक ऊर्जा को अपने गुरुओं के जरिए देख रहे हैं। यह कहना है इजरा का।मे
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दान में मिले साधुओं से बना है यह अखाड़ा: साधु-संन्यासियों को अंतिम समय में देता है समाधि; विदेशी ले रहे दीक्षा
